Nargota Encounter Pakistani Mobiles And SIM Cards Found From Terrorists It's A Big Disclosure.
नरगोटा एनकाउंटर: आतंकियों के पास मिले पाकिस्तानी मोबाइल, हुआ ये बड़ा खुलासा
New Delhi: जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में मारे गए आतंकी पाकिस्तान में बैठे हैंडलर से चैट कर रहे थे। आतंकियों के मोबाइल फोन की पड़ताल से खुलासा हुआ है कि वह इन्हें निर्देश दे रहे थे। सुरक्षाबलों ने आतंकियों के पास से पाकिस्तान में बने MPD-2505 मॉडल के मोबाइल हैंडसेट बरामद किए हैं। इनमें पाकिस्तान के सिम कार्ड हैं।
बरामद मोबाइल हैंडसेट एंड्रॉयड फोन नहीं हैं। खास बात यह है कि इनमें एप भी नहीं है। इनमें केवल टेक्स्ट मैसेज से की गई चैट मौजूद है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आतंकवादियों को पाकिस्तान के सियालकोट लॉन्चपैड से मोहम्मद रऊफ से मदद मिली थी। माना जाता है कि वह उनका हैंडलर और जेएम सियालकोट मॉड्यूल का प्रमुख था। आतंकियों के पास से बरामद मोबाइल फोन से पुलिस को कुछ फोन नंबर मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
शक्करगढ़ से आतंकवादियों ने घुसपैठ की थी। यहां पाकिस्तानी रेंजरों का मुख्यालय है और इसलिए रेंजरों की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता है। घुसपैठ के लिए प्रयोग किए गए ट्रक का पंजीकरण भी फर्जी है। शीर्ष सूत्रों ने घुसपैठ के मार्ग के आसपास अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर फायरिंग की बात कही है, उसी समय जब आतंकवादी भारतीय क्षेत्र के अंदर घुस गए थे। सुरक्षा बल इन आतंकवादियों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) क्षेत्र में घुसपैठ के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सुरंग की भी तलाश कर रहे हैं।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि जेएम आतंकवादी एक बड़ी आतंकी घटना के साथ कश्मीर घाटी में आगामी जिला विकास परिषद (डीडीसी) के मतदान को बाधित करना चाहते थे। खुफिया एजेंसियों ने जम्मू के आसपास घुसपैठ को देखते हुए सुरक्षाबलों को सतर्क कर दिया था और इसलिए सेना सतर्क थी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह अनुच्छेद 370 और 35A के हटने के बाद यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
इस ऑपरेशन का नेतृत्व जम्मू-कश्मीर पुलिस आईजी मुकेश सिंह ने किया था, जिन्होंने आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी थी। मिनटों के भीतर ट्रक में छिपे सभी चार आतंकवादियों को समाप्त कर दिया गया। पुलिस ने इनके पास से 11 एके-47 राइफल, 3 पिस्तौल, 6 यूबीजीएल ग्रेनेड और एक मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
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