जयपुर (jaipur) के सांगानेर तहसील कार्यालय (Rajasthan Sarkar Karyalay Tahsil Sanganer) में फर्जी तहसीलदार बनकर सरकारी फाइलें तलाशती युवती सुनीता मीणा (sunita meena) को मालपुरा गेट थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नायब तहसीलदार नीरू सिंह (neeru singh) की सजगता से फर्जी तहसीलदार की गिरफ्तारी संभव हो सकी।
- सांगानेर तहसील में फर्जी महिला तहसीलदार का पर्दाफाश।
- सुनीता मीना नाम की युवती पहुंची थी फर्जी तहसीदार बनकर।
- नायब तहसीलदार नीरू सिंह को शक हुआ तो बुलाई पुलिस।
- जयपुर की मालपुरा थान पुलिस ने मौके पर पहुंच सुनीता काे किया गिरफ्तार।
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में लेडी डॉन कोको और फर्जी आईएएस अफसर खुशबू शर्मा की गिरफ्तारी के पांच साल बाद सोमवार को एक और फर्जी सरकारी अधिकारी बनी युवती का पर्दाफाश हुआ है। सुनीता मीणा नाम की यह युवती सांगानेर तहसील में फर्जी तहसीलदार बन कर पहुंची थी। तहसील में जब जमीनों के बारे में जानकारी हासिल करने लगी तो नायब तहसीलदार नीरू सिंह को थोड़ा शक हुआ। खुद का जयपुर विकास प्राधिकरण में तहसीलदार ओहदे पर कार्यरत बताने वाली सुनीता से जब नीरू ने सवाल जवाब किये तो जल्द ही शक यकीन में बदल गया। सुनीता को बातों में उलझाते हुए उन्होंने पुलिस काे फोन किया दिया। मौके पर पहुंची मालपुरा गेट थाना पुलिस जब तहसील कार्यालय पहुंची तो फर्जी तहसीलदार युवती का भंडाफोड़ हो गया।
ऐसे हुआ पर्दाफाश
मालपुर पुलिस के अनुसार सुनीता मीणा नाम की युवती तहसीलदार बनकर दफ्तर पहुंची थी। तहसील में घुसते ही उसने रौब झाड़ते हुए टीलावास गांव की जमीनों की जानकारी मांगनी शुरू कर दी। सुनीता मीणा ने यहां खुद को जेडीए में तहसीदार बताया। मौके पर मौजूद नायब तहसीलदार नीरू सिंह को जब उसकी बातों पर शक हुआ तो सुनीता मीणा से और जानकारी चाही। इसी जानकारी के चक्कत में उसकी पोल खुल गई। वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई।
पुलिस ने गिरफ्तार कर शुरू की पूछताछ
नीरू सिंह की सूचना पर तहसील दफ्तर पुलिस पहुंची। मामले की जानकारी के बाद तहसीलदार की ओर से मालपुरा गेट थाने पर परिवाद दर्ज करवाया गया। इस परिवाद के अनुसार तहसील कार्यालय में जमवारामगढ़ की रहने वाली और फिलहाल मालवीय नगर की जीएसआई कॉलोनी में रहने वाली सुनीता कुमारी मीणा पुत्री कालूराम मीणा ने खुद को तहसीलदार बताया। अपने साथी के साथ पहुंची सुनीता ने टीलावाला की जमीनों की जानकारी मांगी। उसने खुद को जेडीए में तहसीलदार बताया। उसके साथ वाला व्यक्ति मौके से नदारद हुआ तो नायब तहसीलदार को शक हुआ। बातचीत में उसके फर्जी होने का शक बढ़ा तो पुलिस का सूचना दी गई। फिलहाल युवती की गिरफ्तार के बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
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