Lockdown Again In France Couse Of Corona, Peoples Leaving City.
फ्रांस ने कोरोना के कारण लगाया लॉकडाउन, शहर छोड़कर जाने वालों के कारण लगा 700 किलोमीटर लंबा जाम
New Delhi: एक बार फिर से कोरोना की लहर लौटने के बाद फ्रांस ने लॉकडाउन लगाने का निर्णय किया। जिसकी वजह से शहर में रहने वाले लोगों ने गांवों की तरफ लौटने शुरू किया तो शहर की सड़कों पर करीब 435 मील (700 किलोमीटर) तक जाम लग गया। कोरोना का संक्रमण यूरोप के कुछ देशों में रिकॉर्ड स्तर के पर हैं, जिस कारण वहां पर फिर से कड़े प्रतिबंधों का सहारा लिया जा रहा है।
फ्रांस में चिंताएं बढ़ रही हैं कि बढ़ता संक्रमण देश की स्वास्थ्य प्रणाली को एक बार फिर से प्रभावित करेंगे। इसलिए अधिकारियों ने शुक्रवार से चार सप्ताह के लॉकडाउन का आदेश दिया। इस वजह से शहर के किराना स्टोर और बाजार में लोगों ने भोजन और अन्य आवश्यकताओं वस्तुओं का स्टॉक करना शुरू कर दिया।
फ्रांस के सभी 67 मिलियन लोगों को घर पर रहने का आदेश दिया गया है। हालांकि यहां पर घर के आधे-मील (1 किलोमीटर) के भीतर दिन में एक घंटे के व्यायाम, डॉक्टरों या आवश्यक सामानों की खरीदारी के लिए बाहर जाने की अनुमति दी गई है। रेस्तरां और कैफ़े पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं। प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने गुरुवार को स्पष्ट किया, "दोस्तों के घरों में जाना, दोस्तों के पास जाना और जरूरी काम के अलावा किसी अन्य चीज के लिए बाहर जाना पूरी तरह से बंद होगा।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने देशभर में संक्रमणों में तेजी से वृद्धि को रोकने के लिए एक अंतिम उपाय के रूप में लॉकडाउन को लागू किया। यहां कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और रोजाना करीब 50,000 मामले सामने आने लगे हैं। इसका मतलब है कि प्रति व्यक्ति आधार पर फ्रांस हर दिन नए मामलों की संख्या का लगभग ढाई गुना देख रहा है जोकि अभी संयुक्त राज्य अमेरिका में है।
हालांकि फ्रांस अकेला नहीं है। इसके कई यूरोपीय पड़ोसी बढ़ते संक्रमण का सामना कर रहे हैं। बेल्जियम में फ्रांस की तुलना में दैनिक मामलों की औसत संख्या प्रति 100,000 लोगों की संख्या के लगभग 150 है। बेल्जियम में सरकार शुक्रवार को बैठक कर रही है ताकि कड़े प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा सके। जर्मनी में बहुत कम मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, लेकिन उसने भी इस सप्ताह रेस्तरां, बार, थिएटर और अन्य सुविधाओं को बंद करने के लिए सहमति व्यक्त की, जिसे "लॉकडाउन लाइट" कहा गया है।
फ्रांस के वित्त मंत्री ब्रूनो ले मायरे ने फ्रांस-इंटर पर एक साक्षात्कार के दौरान गंभीर भविष्यवाणी की और मंदी की गहराई के लिए अपना अनुमान जताया। उन्होंने इस साल जीडीपी में 11% की गिरावट का अनुमान लगाया।
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